Sunday, July 19, 2015

पंचमुखी हनुमान

हनुमान जी के कितने ही रूप है 
बाल रूप रणवीर रूप  संजीवनी स्वरूप 
परन्तु हनुमान  जी का पंचमुखी स्वरूप अदभुद  है 
अनुपम  है ऊर्जावान और प्रेरणादायक  है
पंचमुखी हनुमान जी के दिव्य स्वरूप के दर्शन करने से जीवन में अद्भुत ऊर्जा का संचार होता है
जीवन प्रेरणा से ओत प्रोत हो जाता है 
अकर्मण्यता के रोग से व्यक्ति मुक्त हो जाता है 
व्यक्ति प्रत्येक प्रकार के कार्य करने को 

तत्पर और उद्यत रहता है
पंचमुखी हनुमान जी के पांच मुख के साथ हनुमद बैठक
 हमें जीवन में प्रत्येक प्रकार की कार्य का 
दायित्व उठाने की प्रेरणा देती है 
  व्यक्ति को अपने कार्य क्षेत्र में कैसी भी हो 
भूमिका का स्वीकार कर लेनी चाहिए
 कभी किसी कार्य को छोटा या तुच्छ मानकर 
कर्तव्य से विमुख नहीं होना चाहिए
जो व्यक्ति सदैव कार्य करने हेतु तत्पर रहता है 
उसकी सफलता में कोई संदेह नहीं रहता है