तपस्या व्यक्ति को तपोबल प्रदान करती है
तपोबल से व्यक्ति दिव्य शक्तिया प्राप्त करता है
ऐसे बहुत कम तपस्वी होते है
तपोबल से व्यक्ति दिव्य शक्तिया प्राप्त करता है
ऐसे बहुत कम तपस्वी होते है
जिन्होंने तपस्या से
अर्जित तपोबल का उपयोग
अर्जित तपोबल का उपयोग
लोक कल्याण के लिए किया है
ऐसे ही तपस्वी महर्षि दधीचि थे
जिनके तपोबल से तपी अस्थियो को
महर्षि ने दैत्य शक्तियो के विनाश के लिए
दान किया था
परन्तु यह तथ्य बहुत कम लोग जानते है कि
महर्षि दधीचि की तपोभूमि वर्तमान में कहा स्थित है आज हम महर्षि दधीचि की तपोभूमि जो धरमपुरी जिला धार (म.प्र.)में स्थित के ऐतिहासिक और पौराणिक स्वरूप के बारे में बताते है
धरमपुरी जहा नर्मदा नदी दो भागो में विभक्त होती है
दोनों धाराओ के बीच एक द्वीप स्थित है
धरमपुरी जहा नर्मदा नदी दो भागो में विभक्त होती है
दोनों धाराओ के बीच एक द्वीप स्थित है
जिसे रेवा गर्भ स्थल कहा जाता है पर दधीचि मुनि की तपो स्थली विद्यमान है