Thursday, December 23, 2021

माँ नर्मदा का भारत माता को नमन

कुदरत तरह तरह से अपने रंग और रूप बिखेरती है । कभी कभी यह अविश्वसनीय लगता है । परन्तु नदी के बीच द्वीप नुमा यह आकृति दर्शाती है कि भारत को यूं ही माता नही कहा जाता ।भारत देश जमीन का टुकड़ा नही यह  ईश का आशीष है। प्राचीन काल मे इसलिए जम्बू द्वीप कहा जाता था। चित्र में दिखाई दे रही यह संरचना मानव निर्मित नही है । यह कुदरत ने स्वयं बनाई है ।इंदौर से बॉम्बे की और जाने वाले राज मार्ग पर धार जिले की खलघाट से जब हम बड़वानी की और अग्रसर होते है तो जो नर्मदा नदी पर पूल पड़ता है ।वहा तनिक देर खड़े रह कर देखे तो हमे नदी के भीतर द्वीप नुमा यह आकृति दिखाई देती है जो ठीक भारत के नक्शे की तरह दिखती है । बारिश में कितनी ही बाढ़ आ जाये । बाढ़ में कितनी रेत बह जाये , तटो की मृदा का कितना भी क्षरण हो जाए । अन्य भोगौलिक स्थितियों में कितना भी परिवर्तन हो जाये । यह सरंचना यथावत है