अकेली महादेवी लक्ष्मी उल्लू पक्षी पर आरूढ़ रहती है
अर्थात जो व्यक्ति मात्र धन के पीछे भागता है
लालच वश वह मुर्ख बन कर ठगा जाता है
हम ऐसे कई लोगो को पहचानते है जिन्होने धन लोलुपता के कारण
गलत प्रकार से गलत योजनाओ में धन का निवेश किया और
अपने जीवन भर कि कमाई गँवा बैठे
जब महादेवी लक्ष्मी भगवान् विष्णु के साथ रहती है
भगवान् विष्णु कर्म के देव होने से उनकी अनुगामिनी हो जाती है
जहां कर्म है वहा धन के स्त्रोत अपने अपने आप उत्पन्न हो जाते है
यथार्थ में हम ऐसे कई लोगो को देखते है
जो एक समय कुछ भी नहीं थे
जो एक समय कुछ भी नहीं थे
उनके पास किसी प्रकार कि धन सम्पत्ति नहीं थी
परन्तु कर्मरत रहने से धीरे धीरे वे सम्पन्न होते चले गए
महालक्ष्मी जब भगवान् गणेश के साथ रहती है तो
धन के साथ ऐश्वर्य भौतिक सुख आरोग्य कि प्राप्ति होती है
गणेश के साथ महालक्ष्मी की पूजा से
स्थिर लक्ष्मी सहज ही प्राप्त हो जाती है
स्थिर लक्ष्मी सहज ही प्राप्त हो जाती है
इसलिए महालक्ष्मी पूजा के समय उपरोक्त तथ्यो को
याद रखना आवश्यक है
याद रखना आवश्यक है
आप सभी को सपरिवार दीपावली की बहुत बहुत हार्दिक बधाइयाँ और मंगलकामनायें !!
ReplyDeleteब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन आई थोड़ी मीठी - थोड़ी खट्टी दिवाली - ब्लॉग बुलेटिन मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
बढ़िया !!
ReplyDeleteदीपोत्सव की शुभकामनायें !!