Saturday, February 15, 2014

वेलेंटाइन डे या वसंत पंचमी

वेलेंटाइन डे हो या वसंत पंचमी 
दोनों का सम्बन्ध प्रणय और प्रेम से है 
 दोनों दिवसो के बीच क्या अंतर है 
वेलेंटाइन डे प्रेम युध्द क्षैत्र से
 पलायन के भाव से परिचित कराता है 
जबकि वसंत पंचमी प्रेम को प्रज्ञा के साथ 
कर्म  को धर्म से जोड़ता है 
पश्चिम का प्रेम जो वेलेंटाइन डे के विचार पर आधारित है 
प्रेम को वासना के धरातल तक ले जाता है
 जबकि ऋतुराज वसंत का सौंदर्य 
प्रकृति से परिणय का भाव लेकर 
प्रेमियो की आत्मा तक समा जाता है
आत्मा अजर है आत्मा का प्रेम अमर है
वसंत पंचमी पर भारतीय संस्कृति में
 विवाह करने अत्यधिक महत्व है
विवाह प्रेम पर आधारित हो 
 इसलिए वसंत पंचमी का पर्व बना है
प्रेम में सौंदर्य हो ,प्रणय हो 
पर  प्रेम में  भाव स्प्ष्ट हो
 जीवन में  नही किसी प्रकार का कष्ट हो 
इसलिए प्रज्ञा की देवी माँ सरस्वती की होती  आराधना है
भारतीय प्रेम अध्यात्म की ऊंचाई तक जाता है 
या भाव भरी गहराईयो तक गहराता है 
युध्द से  पलायन नही सीखाता है 
बल्कि देश और समाज के प्रति बलिदान की भावना को जगाता है 
इसलिए वेलेंटाईन डे से नही वसंत पंचमी से जुड़ो 
प्रेम के  लगाकर  के पंख 
 सभ्यता संस्कृति और अध्यात्म के नीले गगन मे उड़ो


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