राम कहा?
कैसे ?
किन परिस्थितियों में उत्पन्न होते है?
उक्त प्रश्नों के उत्तर उनके माता पिता जन्म भूमि के नामो में निहित है
उल्लेखनीय यह है कि
श्रीराम के पिता दशरथ ,माता कौशल्या ,विमाता सुमित्रा ,जन्मभूमि अयोध्या थी
अर्थात पिता दशरथ तात्पर्यित दश इन्द्रियों का रथी पाच ज्ञान इन्द्रियों व पांच कर्म इन्द्रियों पर शासन करने वाला हो
माता कौशल्या का कर्म का कौशल्य जिसके पास हो
विमाता सुमित्रा सा मैत्री पूर्ण व्यवहार हो
जहा सत्कर्म कि अयोध्या हो
वहा श्रीराम रूपी ईश्वरीय का तत्व स्वतः अवतरित हो जाता है
इसलिए यदि हमे सचमुच में श्रीराम तत्व को पाना हो तो दशरथ के सामान दस इन्द्रियों को अनुशासित कर किसी भी कार्य को पूर्ण कौशल्य से करना चाहिए
तथा मित्रता पूर्ण व्यवहार जीवन में अंगीकार कर
सत्कर्म कि अयोध्या में जीवन यापन करना चाहिए
No comments:
Post a Comment