यदि आप गलत का विरोध करने का साहस नहीं रखते हों तो आप मौन रह सकते हो l आपका यह मौन गलत का विरोध माना जा सकता है और गलत व्यक्ति को बड़ी गलतिया करने से हतोत्साहित करेगा l
जरूरी नहीं की जिस मत का अधिकतम लोगों द्वारा समर्थन किया जाय वह सही हो l लोग अपने तुच्छ स्वार्थों की पूर्ति तथा भीरु प्रवृत्ति के रहते गलत किन्तु प्रभावशाली व्यक्ति का समर्थन करने लगते है , इस प्रकार से समाज मे गलत व्यक्तियों और गलतियों को प्रोत्साहन मिलने लगता है , बहुत से लोगों की तरह तरह की गलतियों को मिलाकर एक नकरात्मक वातावरण निर्मित होने लगता है l जिसे हम कलयुग कहते है
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