संध्या उत्सव मालवा और निमाड़ में मनाया जाने वाला लोक उत्सव है l जिन्हें बालिकाएं प्राकृतिक रूप से उपलब्ध गाय के गोबर फूल पत्तियों से दीवारों पर तरह तरह की आकृतियां बनाती है और समूह में इकट्ठी होकर लय में उत्साह पूर्वक लोक गीतों को गाकर लोक देवी संध्या का आव्हान करती है
इस प्रकार के लोक उत्सव हमारे सांस्कृतिक मूल्यों के संरक्षण के साथ साथ हमारी नई पीढ़ी में सृजनात्मक कौशल भरने का काम भी करते है