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Monday, August 31, 2015

रक्षा बंधन

रक्षा बंधन पर हम रक्षा करे प्रकृति की 
रक्षा बंधन पर हम रक्षा करे हम संस्कारो की 
रक्षा बंधन पर हम रक्षा करे हम संस्कृति की 
सुरक्षा करे हम मेघा और प्रतिभा की 
 रक्षा करे हम धर्म की कर्म की नारी की शर्म की 
रक्षा करे भद्र  जन  की 
रक्षा करे हम सत्य की प्रण  की किसी के प्राण की 
रक्षा करे हम सच्चे और अच्छे रिश्तो की 
संवेदना से परिपूर्ण फरिश्तो की 
रक्षा बंधन मात्र भाई बहनो के रक्षा का सूत्र नहीं 
यह सूत्र है रक्षा का हमारे बुजुर्गो बच्चो ,और नारी  के स्वास्थ्य का 
वातावरण और पर्यावरण के सरंक्षण का 
इसलिए रक्षा बंधन के पर्व को सही अर्थो में अपनाओ 
रक्षा के सूत्रों को हाथो में ही नहीं सृष्टि  और निज संस्कारो में सजाओ