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Tuesday, February 13, 2018

शिव शंकर

शिव शंकर का ध्यान करो भीतर करो प्रवेश
कुदरत से श्रंगार धरे  शिव का अदभुत वेश

शिव जी शक्ति देत रहे भक्ति और आनंद
सुरभित आस्था होत रही महकी आती गंध

शिव की पुत्री साथ रही साथ रहे सुख चैन
रेवा मैय्या बांट रही करुणा निश्छल प्रेम

मुक्ति की मुस्कान रहे ज्योति पुंज है जीव
भक्ति जिसके पास रही पाया उसने शिव

शिव शक्ति दोउ साथ रहे साथ रहे सब जीव
पूजित शक्ति होत रही वंदित होते शिव

जीवन सारा बीत गया बीत गई कई रैन
शिवरात्रि को खूब मिला व्याकुल मन को चैन

शिव श्रध्दा से जीत मिली  प्रीत भरी मुस्कान
हर निश्चय को लक्ष्य मिले शिव जी दो वरदान

शिव व्यापत हर रूप रहे धूप रहे और छाँव
दुर्बल मन की पीर हरो डग मग होती नाव