निर्भीक:
* बसंत के मायने *
आसमान के तारो में अपने मन की टूटन मत देखो
गहरी अँधेरी रातो में अपनी सुन्दर आँखे मत सेंको
जिंदगी टूटन नहीं ख्वाहिशो का सिलसिला है
जमाने क्या मिला है क्या नही मिला है मत बहको
इस बसंत के मौसम ...: * बसंत के मायने * इस बसंत के मौसम में चारो और गोदावरी गुलमोहर सरसों के कई तरह के फुल खिलते महकते हैं चारो और अपनी सुन्द...
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