Total Pageviews

Friday, January 6, 2012

सौर मंडल में जीवन प्रबंधन के सूत्र


क्या सौर मंडल से व्यवहारिक जीवन का कोई सम्बन्ध हो सकता है ?
हा !सौर मंडल से जीवन प्रबंधन के सूत्र प्राप्त कर सकते है
हम यह देखते है किसी परिवार अथवा शासकीय विभाग या कम्पनी के कार्यालय में एक मुख्य व्यक्ति होता है
जो सम्बंधित संस्था में सूर्य अर्थात मुखिया की भूमिका में होता है
हम यह भी देखते है की सूर्य के सबसे निकट ग्रह बुध ,शुक्र आदि में जीवन की कोई संभावना नहीं है 
तथा सूर्य से दूरस्थ ग्रह वृहस्पति शनि प्लूटो नेप्चून पर भी जीवन नहीं है
पृथ्वी  जो सूर्य से अधिक न तो पास है न अधिक दूर ऐसे ग्रह पर जीवन है
मंगल पर भी जीवन की संभावना विद्यमान है 
इसका तात्पर्य यह है की सौर मंडल का मुखिया हो या परिवार या किसी विभाग का मुखिया हो
उससे न तो अधिक सामीप्य न अधिक दूरी किसी सदस्य अथवा कर्मचारी को फलदायी होती है
जिन सदस्यों का मुखिया से संतुलित तथा स्वस्थ सम्बन्ध रहते है 
उन्हें समस्त सभी समाधान प्राप्त होते है 
इसके आतिरिक्त हम यह भी देखते कुछ सदस्यों के परिवार अथवा संस्था से मुखिया से संबंधो में निरंतरता नहीं होती उनकी स्थिति उन धूमकेतुओ की तरह होती है जिनकी कोई कक्षा नहीं होती
ऐसे व्यक्तियो का कैरियर हो अथवा पारिवारिक जीवन हो ऐसा होता  है जो कभी भी ब्रह्माण्ड के अनंत अन्धकार में धूम केतुओ की तरह या तो खो जाता है अथवा मुखिया रूपी सूर्य के तेज से भस्म हो जाता है 
इसके अतिरिक्त सौर मंडल का आकार हमें यह भी सन्देश देता है की मात्र बड़ा होना ही पर्याप्त नहीं है 
परिवार एवम विभाग में सार्थक भूमिका भी होना अनिवार्य है 
जो मुखिया संतुलित दूरी पर रह कर ही प्रथ्वी ग्रह की तरह सार्थक कर्म करते हुए निभायी जा सकती है 
अन्यथा बड़े ग्रह होने के बावजूद शनि एवम बृहस्पति सौर परिवार में मुख्य सदस्य से अत्यंत दूरस्थ होने के कारण मात्र ज्योतिषीय कारणों से जाने जाते है
सौर मंडल से हमें यह सन्देश भी मिलता है की सूर्य के गुरुत्व में जिस प्रकार सौर मंडल के ग्रह अपनी अपनी कक्षा मे भ्रमण रत रहते है 
उसी प्रकार व्यक्ति को पारिवारिक अथवा संस्था के अनुशासन में रह कर अपनी अपनी भूमिका को निभाने में संलग्न रहना चाहिए  
अन्यथा उद्दंड व्यक्तियों की वही दशा होती है जिस प्रकार से सूर्य के गुरुत्व से बाहर निकल जाने वाले ग्रहों ,उपग्रहों ,उल्का पिंडो की होती है  
जोअनंत ब्रह्मांड के अन्धकार में लुप्त हो जाते है और उनके साथ कही भी किसी भी प्रकार की त्रासदी घटित हो सकती है