स्वाध्याय व्यक्ति को निरंतर प्रबुध्द बनाता है
स्वाध्याय भीतर के अन्धकार को दूर कर
ज्ञान की रोशनी लाता है
स्वाध्याय अहम का भाव दूर करता है
विद्वता का मिथ्याभिमान चूर चूर करता है
स्वाध्याय जिज्ञासाएं शांत करता है
अशांत और अतृप्त कामनाओं से मुक्ति प्रदान करता है
स्वाध्याय योग मार्ग का वह सूत्र है
जो आत्मा को परमात्मा से मिलन का एक कारण है
स्वयं का आत्मनिरीक्षण है
भ्रांतियों का करता निवारण है
स्वाध्याय में वह सुख है
जो हर किसी को नहीं मिल पाता है
स्वाध्याय का अनुरागी व्यक्ति
अध्ययन से ज्ञान की शुध्दि
और अध्यापन से शिक्षा का उजाला फैलाता है
स्वाध्याय में स्वयं की चेतना है
बाह्य और आंतरिक जागरण है
जीवन में भौतिकता संजो लेना का और आध्यात्मिकता पाने का व्याकरण है
इसलिए जीवन में मित्र स्वाध्यायी बनो
ज्ञान के दीप निरन्तर जलाते हुए
नित नए सपनो को बुनो