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Tuesday, July 8, 2014

अच्छाई का आंदोलन

लोग अच्छाई की बाते करते है
 पर अच्छे व्यक्तियों को पसंद नहीं करते है 
तथा कथित अच्छे लोगो को 
बुरे लोगो में अच्छाई दिखाई देती है 
अच्छे लोगो की अच्छाई उन्हें दिखाई नहीं देती 
क्योकि अच्छे लोगो को अपनी अच्छाई 
प्रचारित करना नहीं आती
 बुरे लोगो बुराइयो को भी अच्छाइयों का 
आवरण पहना कर सस्ती लोकप्रियता अर्जित कर लेते है 
अच्छे लोगो को लोग पसंद करने लगे 
अच्छाइयों को प्रोत्साहित करने लगे 
 बुरे लोगो में भी अच्छा व्यक्ति बनने की प्रेरणा जाग्रत हो जाए
 तब बिना किसी प्रकार के आंदोलन के ही 
सब कुछ अच्छा होने लग जाएगा 
वर्तमान में सारे आंदोलन बुराईयो के विरोध पर आधारित है
 जिससे बुराईया चर्चित हो जाती है
 बुरा बन कर लाभ प्राप्त करने के सारे तरीके से
 लोग अवगत हो जाते है 
बुराईयो का जाने अनजाने विस्तार होता  जाता है 
इस प्रकार के आंदोलन नकारात्मक सोच पर
 आधारित आंदोलन होते है 
हमें एक ऐसे आंदोलन की आवश्यकता है 
जो सकारात्मक सोच पर आधारित हो 
अच्छे व्यक्तियों को प्रोत्साहन 
अच्छे कार्यो की सराहना और सहयोग 
सच्चाई और अच्छाई को बल प्रदान करते है 
शनै :शनै : अच्छाई की जड़े  विस्तार पा जाती है 
बुराई के विरुध्द आंदोलन करने के बजाय 
बुराई को अनावृत्त करने की आवश्यकता है
 क्योकि बुराई किसी भी प्रकार की हो उसे आवरण चाहिए 
बिना आवरण के कोई भी बुरा कार्य नहीं  सकता