क्या कारण है कि ?
करवा चौथ को महिलाये छलनी में से पति की छवि निहारती है
उसके बाद चन्द्र दर्शन करती है
इसका अध्यात्मिक तर्क कुछ भी हो
किन्तु तार्किक अर्थ यह है कि
अक्सर पति पत्नी में विवाद का कारण परदोष दर्शन
अर्थात छिद्रान्वेषण होता है
पति कि छवि छलनी में से निहारने का तात्पर्य यह है कि
पत्नी पहले स्वयं के दोष अर्थात अपने स्वभाव में छिद्रों को देखे
दिन भर निराहार रह कर मनन चिंतन करे
उसके बाद चन्द्रमा कि शीतल रात्री में शीतल मनो मष्तिष्क से
पति को निहारे उसके स्वभाव छुपे छिद्रों का अन्वेषण करे
तो उसको जो दृष्टि प्राप्त होगी
वह चन्द्रमा के सामान शीतल स्वभाव देने वाली होगी
उसके पश्चात वह गणेश देव कि पूजा कर गणेश पुत्री माँ संतोषी कि तरह सदा संतुष्ट रहने वाली होगी
ऐसे परिवार में क्यों न गणपति
कि द्वि -भार्या रिध्दी -सिध्दी रहे?
अर्थात सुख वैभव एवं सर्व कार्य सिध्द होना सुनिश्चित रहे
करवा चौथ को महिलाये छलनी में से पति की छवि निहारती है
उसके बाद चन्द्र दर्शन करती है
इसका अध्यात्मिक तर्क कुछ भी हो
किन्तु तार्किक अर्थ यह है कि
अक्सर पति पत्नी में विवाद का कारण परदोष दर्शन
अर्थात छिद्रान्वेषण होता है
पति कि छवि छलनी में से निहारने का तात्पर्य यह है कि
पत्नी पहले स्वयं के दोष अर्थात अपने स्वभाव में छिद्रों को देखे
दिन भर निराहार रह कर मनन चिंतन करे
उसके बाद चन्द्रमा कि शीतल रात्री में शीतल मनो मष्तिष्क से
पति को निहारे उसके स्वभाव छुपे छिद्रों का अन्वेषण करे
तो उसको जो दृष्टि प्राप्त होगी
वह चन्द्रमा के सामान शीतल स्वभाव देने वाली होगी
उसके पश्चात वह गणेश देव कि पूजा कर गणेश पुत्री माँ संतोषी कि तरह सदा संतुष्ट रहने वाली होगी
ऐसे परिवार में क्यों न गणपति
कि द्वि -भार्या रिध्दी -सिध्दी रहे?
अर्थात सुख वैभव एवं सर्व कार्य सिध्द होना सुनिश्चित रहे
क्या बात हैं कमाल का दर्शन हैं आपका किसी भी बात के पीछे क्या लॉजिक हो सकता हैं ये जानना एक कला हैं एक दम जड तक पहुचना वाह
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