धन तेरस का धन से कोई संबंध नहीं है।धन तेरस वास्तव में धन्वंतरि(आयुर्वेद और स्वास्थ्य के देव) जयंती है,कालांतर में यह अपभ्रंश होकर धन तेरस हो गया
शास्त्रों में है प्रथम सुख निरोगी काया
हमारा शरीर सबसे बड़ा धन है इस पंचतत्व के शरीर को स्वस्थ रखने समाज और राष्ट्रहित मे इसका उपयोग ही
शास्त्रों में है प्रथम सुख निरोगी काया
हमारा शरीर सबसे बड़ा धन है इस पंचतत्व के शरीर को स्वस्थ रखने समाज और राष्ट्रहित मे इसका उपयोग ही
ईश्वर की पूजा है
*धन्वन्तरि जी के जन्मदिवस पर सभी को शुभकामनाएं*
धन तेरस स्वास्थ्य उत्साह का पर्व है स्वास्थ्य अच्छा रहने से व्यक्ति निरोगी रहता है निरोगी रहने से धन की क्षति नही होती
ReplyDeleteधन तेरस पर धातुओ से बने पात्र खरीदने का भी महत्व है धातुएं जितनी मूल्यवान होती है उसके पात्र में भोजन करना उतना ही स्वास्थ्यप्रद है इसलिए हमारे पूर्वज यथा संभव श्रेष्ठ धातुओ के पात्रों का भोजन निर्माण और सेवन में उपयोग करते थे