रिश्ते दुख और दर्द हरे, रिश्ते सुरभित गंध
कुछ रिश्तो से नेह मिला , कुछ रिश्तो से दंश
रिश्तो में कौन्तेय मिले, कुछ रिश्तो में कंस
रिश्तो में सौंदर्य रहा ,रिश्तो की है छाँव
डग मग करती नही डूबी , रिश्तो की है नाव
जितने भी थे रूठ गये , जो थे रिश्तेदार
रिश्तो की पड़ताल करे, रिश्तो के हकदार
रिश्तो से है प्यार मिला , पाया लाड़ दुलार
ऐसे रिश्ते कहा गये, उनको रहे पुकार
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ReplyDeleteblog-se-paise-kaise-kamaye-in-hindi
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