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Saturday, July 6, 2013

चरित्र और नियति -लघु कथा

 एक अत्यंत  रूपवान कन्या के माता  पिता ने बहुत प्रयास के पश्चात  कन्या के लिए  सुयोग्य  और गुणवान   वर  की तलाश  की|  विवाह  उपरान्त  कन्या अपने  पति  के घर  पहुंची  पति  व्याख्याता  के पद  पर  कार्यरत  था|  व्याख्याता  के निवास  स्थान  के पास  एक  व्यक्ति निवास करता था जो राजस्व विभाग में  पटवारी के रूप में पदस्थ  था , वह  न तो रूप में था न गुणवान था परन्तु भ्रष्ट आचरण में लिप्त होकर अवैध धनार्जन  की और  उन्मुख था | रूपवान  कन्या उस व्यक्ति  की आय को देख कर विचलित  हो  उठी  अपने  पति को  छोड़  उस व्यक्ति को  अपना  सर्वस्व लुटा कर  उसके साथ  रहने  लगी  कालान्तर  में  लोकायुक्त  के  दल ने पटवारी  को रिश्वत  के आरोप  में धर  दबोचा पटवारी  अपनी  आजीविका  खो चुका  था और रूपवान  कन्या धन  लिप्सा  में अपना  चरित्र  

1 comment:

  1. सार्थक सन्देश देती लघु कथा आभार क्या ये जनता भोली कही जाएगी ? # आप भी जानें संपत्ति का अधिकार -5.नारी ब्लोगर्स के लिए एक नयी शुरुआत आप भी जुड़ें WOMAN ABOUT MAN लड़कों को क्या पता -घर कैसे बनता है ...

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