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Monday, August 3, 2015

उपयोगिता का सिध्दांत

उपयोगिता  का सिध्दांत  शाश्वत है 
व्यक्ति कितना मूल्यवान इसका निर्धारण उसकी उपयोगिता के आधार पर किया  सकता है 
यदि आप किसी व्यक्ति के लिए उपयोगी नहीं है तो आपका जीवन निरर्थक  है 
व्यक्ति का सारा कर्म कौशल्य और योग्यता व्यर्थ है  जब तक वह उपयोगी नहीं है
यदि आप में किसी के उपयोग करने की क्षमता नहीं है तो निश्चय आपका कोई व्यक्ति उपयोग कर सकता है 
अपना उपयोग नहीं होने देना 
और दूसरे का उपयोग कर लेना 
यही व्यवहारिक जगत में तथाकथित सफल व्यक्तियों की सफलता की कसौटी है 
किसी व्यक्ति ने कितने व्यक्तियों को उपयोगी बनाया और उपयोग किया यह उसकी नेतृत्व क्षमता को भी दर्शाता है 
एक कमजोर व्यक्तित्व वाला शख्स 
अपना उपयोग होने देता है 
कभी कभी तो हमें मालुम ही होता है 
और लोग हमारा उपयोग कर लेते है
 इसलिए उपयोगिता का सिध्दांत बहुत उपयोगी है

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