भगवान शिव के गले में नाग क्यों रहते है
भगवान विष्णु शेषनाग पर विश्राम क्यों करते है
इसके पीछे क्या दर्शन है
भगवान विष्णु शेषनाग पर विश्राम क्यों करते है
इसके पीछे क्या दर्शन है
सनातन धर्म में प्रतीक और चित्रो के माध्यम से
जीवन के गूढ़ रहस्य समझाये गए है
परन्तु इन तथ्यों तरफ किसी ने ध्यान ही दिया
परन्तु इन तथ्यों तरफ किसी ने ध्यान ही दिया
और उन्हें पूज्य बना दिया ।
भगवान विष्णु और शिव जी ध्यानस्थ
अथवा योग निद्रा में रहते है
तब शिव के गले में नाग
और विष्णु के शैया में शेषनाग होते है
अर्थात ध्यान करने से मन के भीतर
कुविचार रूपी नाग होते है
वे बाहर निकल जाते है
तो तन मन
कुविचार रूपी जहर से मुक्त हो जाता है
ऐसे निर्मल चित्त से व्यक्ति जीवन में
कुछ निर्माण कर पाता है
अन्यथा दुनिया में दुसरो के अनिष्ट की
इच्छा पालने वाले लोग
स्वयं के तन मन को इतना विषाक्त बना लेते है
कि वे अपना स्वास्थ्य को नुक्सान पहुचाते रहते है
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